The Dark Truth of ED | Arvind Kejriwal in Jail | Narendra Modi | Amit Shah | Naiya Paar
बाकी सभी पार्टी के समर्थकों से यह बोलना चाह रहा हूं अगर कोई नेता जेल जा रहा है तो वह अपने कर्मों की वजह से जा रहा है अगर किसी नेता के ऊपर कोई कार्रवाई हो रही है तो भाई उसके कर्मों की वजह से हो रही है बाकी संस्थाओं से बोलूंगा अगर कारवाही कर रहे हो तो निष्पक्ष करो फिर वो किसी भी पार्टी का हो चाहे सत्ता दल हो या विपक्ष [संगीत] हो अगर आप यह जानना चाहते हो कि किसी संस्था की स्थापना का वास्तविक उद्देश्य क्या है तो आप उसके लोगों को ध्यान से देखना लोगों का मतलब है प्रतीक चिन्ह उदाहरण के तौर पर मेरे सामने प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी का प्रतीक चिन्ह है लोगो है इस लोगो को देखकर मैं आपको यह बता दूंगा कि इस संस्था का वास्तविक उद्देश्य क्या है स्थापना का वास्तविक उद्देश्य नॉर्मल उद्देश्य तो हम सबको मालूम है कि ईडी एक ऐसी संस्था है जो भारत में भ्रष्टाचारियों को पकड़ती है और जेल में डालती है यह हम आम जन में धारणा बनाई गई है वास्तविक धारणा क्या है
वह मुझसे समझ आप ईडी के लोगों को जरा ध्यान से देखो कैसे जलेबी नुमा गोल गोल घनचक्कर वाला लोगो बनाया गया है ईडी अगर चाहती तो बीच में ऐसे लिख देती सीधे ईडी सीधा सधा माने कोई भी भ्रष्टाचारी मेरे रास्ते में मिलेगा उठाऊंगा और जेल में डाल दूंगा पर सीधा काम कर नहीं सकते ना क्योंकि जब यह भ्रष्टाचारियों को पकड़ने के लिए जाते हैं तो बीच में सत्ताधारी दल के नेता भी मिलते हैं अबन को तो पकड़ नहीं सकते तो साइड से कल्टी मारनी पड़ती है साइड से कल्टी मारेंगे तो लाइन सीधी नहीं रह पाएगी लाइन सीधी नहीं रह पाएगी तो जलेबी नुमा बनना शुरू होगा इसलिए तो ईडी को ध्यान से देखो कि हम अपनी कारवाही सीधी नहीं कर सकते हमें गोल गोल जलेबी बनाना ही पड़ेगा इसीलिए ईडी हमने सीधे सधे नहीं लिखा है ऐसा घुमा घुमा के लिखा है पी सिंह पी सिं पी सिंह घन चक्कर बनाना इनका मुख्य उद्देश्य है तुमको इतना कंफ्यूज कर देंगे
कि जांच की शुरुआत कहां से हुई है इसकी जब तक तुम जानकारी निकालो तब तक तुमको यह भूल जाओगे कि जांच की अंत कहां हो रही है ना तो शुरुआत मालूम है तुमको ना अंत मालूम है बस यह दुनिया चल रही है ईडी के नाम पर एक एक साल लोगों को जेल में रखा जाएगा क्यों पता नहीं बस जांच चल रही है आए थे घोटालों की जांच करने के लिए और जांच में घोटाला करने लगे यह वह संस्था है जिसे भारत की जनता विश्वास की नजरों से देखती है और जब ऐसी संस्थाएं निष्पक्ष होकर काम नहीं करती हैं किसी पार्टी विशेष के लिए काम करती हैं तो भारत की जनता संवैधानिक संस्थाओं में अपना विश्वास खोना शुरू कर देती है
भारत की जनता का जैसे फौज के प्रति विश्वास है कोर्ट के प्रति विश्वास है वैसा विश्वास आज ईडी के प्रति नहीं है भारत की जनता आज ईडी को जैसे पुलिस विभाग को देखती है वैसे ही देख रही है सक की नजर से इसका एक प्रत्यक्ष उदाहरण है जो वर्तमान में आप देख सकते हो दिल्ली के सिटिंग सीएम अरविंद केजरीवाल जी को ईडी ने जेल में डाल दिया है मनी लरिंग के चक्कर में और इससे पहले मनी सिसोदिया जी भी जेल में ही है मनी लरिंग के चक्कर में एक शराब नीति लेकर आए थे मैं यह नहीं कह रहा हूं कि यह लोग ईमानदार हैं मेरी नजर में भारत का कोई भी पार्टी कोई भी राजनेता ईमानदार नहीं है मेरी नजर में सभी राजनेता सभी राजनीतिक पार्टी भ्रष्टाचारी हैं भ्रष्टाचारी दो प्रकार के होते हैं एक जो करते हैं दूसरे जो करते नहीं है
लेकिन उनको मालूम है कि भ्रष्टाचार हो रहा है लेकिन वो चुप रहते हैं इन लोगों ने किया होगा क्योंकि जहां धुआ है आग भी वही होगी ईडी फालतू में किसी को परेशान नहीं करेगी क्योंकि यह लोग जेल में यह इनकी गलती है इनके पास वह वकील नहीं है जो लालू प्रसाद यादव के पास थे राम रहीम के पास थे राम रहीम वो बलात्कारी जिसके ऊपर बलात्कार का आरोप है कमाल का वकील है उसके पास आरोप सिद्ध हो चुका है फिर भी उसको दर्जनों बार पैरोल मिल है इनके वकील है बिल्कुल गनू टाइप के इनको बेल तक नहीं दिला पा रहे हैं तो इनके वकीलों में कमी है कानून तो जैसा है वैसा ही है जिस देश में एक बलात्कारी को तुम्हें रिहा किया जा सकता है तुमने तो श्रम नीति में घोटाला किया उसके लिए तुम्हें क्या दिक्कत आ रही है
अब अरविंद केजरीवाल जी जो ललकार थे कि दम है तो जेल में डालो दम है तो जेल में डालो नहीं ललकारना चाहिए था डाल दिया तुम्हारे नेता को जेल में अब तुमको भी जेल में डाल दिया गया है मैं फिर से बोल रहा हूं कि भारत के सभी राजनीतिक पार्टी मेरी नजर में भ्रष्टाचारी हैं अब इनके ऊपर भ्रष्टाचार सिद्ध होता है या नहीं होता है लेकिन जो इनकी पिछली हरकतें रही हैं अपने बाद से पलटे हैं कसमें झूठी खाई है इसीलिए इन पर भी उतना यकीन नहीं होता है कुल मिलाकर यह भी हमाम में नंगे वाली कंडीशन में ही है तो क्या मोदी जी ईमानदार हैं मैं फिर से बोल रहा हूं कि प्रत्यक्ष रूप से भ्रष्टाचार करना अलग बात है
अगर व व्यक्ति जो भ्रष्टाचार हो रहा है उसके ऊपर अपनी आंखें बंद कर ले उन पर भी उतने ही आरोप लगने हमारे प्रधानमंत्री जी ने भरे मन से यह बोला था कि किसी पार्टी के ऊपर 7 हज करोड़ रुपए का घोटाला है यानी हमारे प्रधानमंत्री जी को यह बात मालूम है बाद में उसी पार्टी का नेता बीजेपी जवाइन करता है तो क्या ईडी हमारे प्रधानमंत्री जी को गवाह बनाकर उस अजीत पवार के ऊपर कारवाई नहीं कर सकती है जो आज बीजेपी में शामिल हो चुका है क्योंकि ईडी गवाह बनाकर ही अरविंद केजरीवाल को जेल में रखे हुए हैं और मनीष सिसोदिया जो जेल में है उनके ऊपर अभी एक साल से ट्रायल ही नहीं हुआ है यानी सबूत इकट्ठे किए जा रहे हैं दो करोड़ रुपए का घोटाला हुआ है ऐसा लास्ट में निकल कर आ रहा है अरे जब सबूत इकट्ठे हो जाए तो जेल में डाल देना बड़े-बड़े जो भ्रष्टाचारी हैं वो जेल के बाहर है और जो थोड़ा सा विकास की राजनीति कर रहे हैं वो जेल के अंदर है
भारत में दो प्रकार की राजनीति हो रही है पहला एक विकास की राजनीति दूसरा भटकाव की राजनीति कम से कम अरविंद केजरीवाल विकास की राजनीति तो कर रहे हैं झूठे हैं मानता हूं भ्रष्टाचारी हैं इनके ऊपर आरोप लग रहे हैं पर इनका काम भी देखो कम से कम स्कूलों पर तो काम हो रहा है विदेश का कोई व्यक्ति भारत आता है तो ना वह गुजरात के स्कूल देखने गया ना वह महाराष्ट्र के स्कूल देखने गया क्योंकि दिल्ली राजधानी है तो राजधानी का फोकस सब जगह होता है दिल्ली के स्कूलों ने जो इंप्रूवमेंट दिखाया है वह सच में अन्य राज्यों की अपेक्षा बहुत अच्छा है मैं यह नहीं कह रहा हूं कि भ्रष्टाचारी है तो बख देना चाहिए इस हिसाब से अगर ईडी कारवाई करें और यह मनी Laundring का अगर ट्रेल निकाला जाए तो जिस व्यक्ति ने गवाही दी है अरविंद केजरीवाल के खिलाफ उस व्यक्ति संबंधित एक संस्था ने इलेक्टोरल बंड दिए हैं
बीजेपी को तो इस लिहाज से यह तार राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जी तक भी जाते हैं तो क्या सक के आधार पर इनको भी जेल के अंदर नहीं जाना चाहिए यह तो कोई जनप्रतिनिधि नहीं है हालांकि यह सांसद हो सकते हैं पर फिलहाल तो राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में मैं इनको पहचान रहा हूं जब जनता द्वारा चुना एक सिटिंग सीएम में जा सकता है तो फिर शक के आधार पर राष्ट्रीय अध्यक्ष क्यों नहीं अगर इस क्योंकि सबको मालूम है कि ईडी में जो भी कार्रवाई होती है जो व्यक्ति पकड़ा जाता है उसी के ऊपर जिम्मेदारी होती है कि वो अपने आप को निर्दोष साबित करे अब इनके ऊपर अगर उंगली उठाई जा रही है तो इनको जेल में डालो यह भी अपने आप को निर्दोष साबित करते रहेंगे अभी चुनाव का समय है मोदी जी जितने बहादुर हैं मोदी जी का जो करिज्मा है जो चुनाव जीतने की तरफ बढ़ रहे हैं मैं तो य निवेदन करता हूं सरकार
कि चुनाव में एक स्वस्थ प्रतियोगिता हो जिस प्रकार से विपक्ष के खाते सीज किए गए हैं जिस प्रकार से विपक्ष को जेल में डाला जा रहा है परेशान किया जा रहा है एक स्वस्थ प्रतियोगिता होनी चाहिए क्योंकि जितने भी नेता है सब हमाम में नंगे हैं कोई भी ऐसा नहीं दूध का जुला हुआ हो तो फिलहाल जो कारवाया है वह दो तीन महीने बाद हो सकती हैं जिससे एक अच्छा वातावरण बने चुनाव का कम से कम विपक्ष तो मजबूत होगा अटल बिहारी वाजपेई ने कहा था विपक्ष जितना मजबूत होता है उस देश में उतनी मजबूती होती है अगर विपक्ष खत्म हो जाएगा तो सरकार अच्छा काम कर रही है या नहीं कर रही है इसका पता कौन बताएगा क्योंकि मीडिया दलाल हो चुकी है विपक्ष पूरी तरह से खत्म हो रहा है जो बातें पहुंच चाहिए जनता तक क्योंकि जनता मीडिया और विपक्ष सरकार का आईना होती है आईना हमें बताता है कि हमारे ऊपर क्या कमी है क्या हमको और बढ़ाना है कहां काम करना है तो आईना मत तोड़िए मेरा सरकार से य निवेदन है अब एक प्रश्न और उठ रहा है
कि अरविंद केजरीवाल जेल में रहकर कैसे सरकार चला सकते हैं वहां पर राष्ट्रपति शासन क्यों नहीं लागू होना चाहिए राष्ट्रपति शासन लागू होने के लिए कोई संवैधानिक संकट तो हो ना वहां विधायक खत्म हुए हैं सब लोग राजी हैं कोर्ट ने भी कह दिया कि कोई दिक्कत नहीं है सरकार अगर चलाना चाहे तो चला सकते हैं अब राज्यपालों की स्थिति तो सबको मालूम है कुछ राज्यपाल तो ऐसे भी हैं जो इस योग्य है ही नहीं कि उन्हें राज्यपाल रखा जाना चाहिए किताबों में पढ़ा था कि राज्यपाल कठपुतली होता है कुछ ने तो यह सिद्ध भी किया है और जहां देश में राष्ट्रपति शासन लगना चाहिए था वहां आवाज नहीं उठाई गई है जैसे मणिपुर में क्या राष्ट्रपति शासन लगने के हालात नहीं थे वहां का मुख्यमंत्री पूरी तरह से फेल हो गया था हरियाणा में क्या राष्ट्रपति शासन लगने की स्थिति नहीं थी वहां का मुख्यमंत्री पूरी तरह से फेल हो गया था पर ऐसा नहीं हुआ तो मैं तो स्पष्ट रूप से यह कहता हूं आप सभी जनता से कि अपने आप से प्रश्न पूछो जो सही है उसको सही बोलो जो गलत है वो गलत बोलो अरविंद केजरीवाल अगर गलत तो जेपी नड्डा जी भी गलत हो सकते हैं ऐसे ही विपक्ष में कांग्रेस का अकाउंट सीज कर दिया गया है
कांग्रेस की भी गलती है इसमें आपका अकाउंट सीज हुआ है कानूनी कारवाई के द्वारा क्यों आपने वह पेमेंट लेट किया अगर आप इस प्रकार का कानून का उल्लंघन करते हैं तो व कारवाई होगी और जरा देखो ध्यान से अगर सत्ताधारी दल विपक्षी पार्टियों पर कोई कारवाही कर रही है तो वो बिना कानून के सारा लिए नहीं कर रही क्योंकि अगर वह कानून के इतर कोई काम करते तो अभी तक सुप्रीम कोर्ट उनको नजरअंदाज कर देती हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने कई चीजों को नजरअंदाज किया भी है इलेक्टोरल बंड असंवैधानिक घोषित हुए हैं तो क्या ईडी को जांच नहीं करनी चाहिए इस मुद्दे पर तो ईडी की निष्पक्षता पर सवाल तो उठेगा ना और सरकार अगर विपक्ष दलों पर कोई कारवाई कर रही है तो इसका मतलब तुमने वह काम किया है धुआ है तो आग होगी तो उसके लिए तैयार रहो क्योंकि अब परत खुल चुकी है कोई भी ऐसा नेता नहीं है जिसके ऊपर कोई कार्रवाई ना हुई हो अब तो सब काम खुलेआम हो रहा है अगर तुम इस पार्टी में जाते हो तो तुम ठीक हो जाओगे उस पार्टी में जाते हो तो तुम्हारे ऊपर कारवाही हो जाएगी मेरी इस पूरी बात का निष्कर्ष यह है
कि चुनाव होने वाले हैं लोकसभा पार्टी से इतर हमें अपने क्षेत्रीय नेता को वोट देना है पांच प्रतिनिधि खड़े हैं भले ही कोई निर्दलीय खड़ा क्यों ना हो बस यह देखो कि उसमें वो पोटेंशियल है हमारे लिए काम करने के लिए कि या भी यह भी उसी तरह से बड़े-बड़े फेस की तरह आएंगे राम राम करेंगे 4 साल गायब रहेंगे पांचवें साल फिर आकर हमारे लिए काम करेंगे और हम भूल जाएंगे क्योंकि होता क्या है इस देश में चुनाव नेता नहीं लड़ रहे हैं आजकल एक्ट्रेस गायक कलाकार youtube1 चाने चेहरे अपना चेहरे धूल ना आ जाए वह कैसे जमीन पर उतर आएंगे हमें जमीनी नेता चुनना है कोई स्टार नहीं इस भ्रम से बाहर आइए नेता और स्टार में अंतर होता है जो जमीनी स्तर पर काम कर रहा होता है जो हमारे काम कर रहा होता है जिसने हमारे लिए काम करवाए हैं ऐसे लोगों को चुनो चाहे वह किसी भी पार्टी का हो उसके ऊपर कोई आरोप नहीं होना चाहिए
वो अपने जिले में रहने के लिए तैयार हो अपने क्षेत्र में रहने के लिए तैयार हो उसका विजन अच्छा हो वह स्कूल के लिए काम करना चाहता हो हॉस्पिटल के लिए काम करना चाहता हो ऐसे लोगों को अगर हम चुनेंगे तो निश्चित तौर पर हमारी तरक्की होगी हम सबकी तरक्की होगी बाकी सभी पार्टी के समर्थकों से ये बोलना चाह रहा हूं अगर कोई नेता जेल जा रहा है तो वह अपने कर्मों की वजह से जा रहा है अगर किसी नेता के ऊपर कोई कारवाई हो रही है तो तो भाई उसके कर्मों की वजह से हो रही है बाकी संस्थाओं से बोलूंगा अगर कारवाही कर रहे हो तो निष्पक्ष करो फिर वो किसी भी पार्टी का हो चाहे सत्ता दल हो या विपक्ष हो निष्पक्षता रहेगी तो संस्थाओं में भरोसा रहेगा और अगर भरोसा है तो यह देश निश्चित रूप से विश्व गुरु बनेगा बाकी लास्ट में निवेदन यह है लोकल फॉर वोकल को बढ़ावा दीजिए स्वदेशी अपनाए स्वदेशी रहिए जय हिंद जय भारत